कहानी संग्रह >> उड़ीसा की लोक कथाएँ उड़ीसा की लोक कथाएँरामेन्द्र कुमार
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उड़ीसा की लोक कथाएँ
दूर-दूर तक खजूर के पेड़, मीलों फैला समुद्र तट, उसके किनारे बसी गांवों की तलहटियां, असंख्य मंदिरों से सजा पावन वातावरण और घने जंगलों का खुला आंचल, यही सब पहचान है उड़ीसा की - एक ऐसा राज्य जहां आधुनिक सभ्यता और विकास प्रक्रिया में भी लोक संगीत, नृत्य, रहन-सहन जैसी विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सम्मिश्रण है। प्रस्तुत सोलह कथाएं यहां की ऐतिहासिक जीवन शैली और मान्यताओं को दर्शाती हैं।
कथा-क्रम
सफाईकर्मी राजा
दयावान क्रांतिकारी
राजा की मूर्खता
सोने के सिक्कों की बरसात
प्रतिष्ठा और गौरव
अनोखा स्वयंवर
मन पवित्र तो ईश्वर भी आपका मित्र
एक पूंछ की कहानी
पक्के मित्र
राजा कुछ नहीं भूला
आशीर्वाद
जुड़वा दानव
तीन पौधे
इंसान का भाग्य उसके हाथ में
राजा ने कौआ खाया
साक्षी गोपाल
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